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मानव सम्पदा

📌मानव संपदा की फीडिंग में अपनी फीडिंग निम्न लिंक से चेक कर सकते है,,, ehrms.nic.in/ResetPassword/ForgotPassword लिंक ओपेन करने के बाद स्टेट में UTTAR PARDESH डिपार्टमेंट में BASIC EDUCATION DEPARTMENT सेलेक्ट करें।उसके बाद अपना UID no(आधार न) दर्ज करने के बाद Search करें। अगर आपकी फीडिंग हुयी है तो आपका नाम और आपके पिता का नाम show करने लगेगा।

पाठशाला बना मधुशाला

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ये तूफ़ान तू अपनी खेर कर... हम तो लहरें हैं, तेरे आने पे हम और बड़े हो जाते हैं। ये सोच ही है जो हर पल आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। विकट परिस्थितियों में भी हमें लक्ष्य से नही हटना चाहिए। क्योकि सच्चा योद्धा वही है जो रण में डटा रहे। परिषदीय विद्यालय व उसके प्रांगण को अक्सर लोग अपनी गन्दी गतिविधियों को करने का माकूल जगह समझतें हैं। बीवी भाग गयी तो देसी पीने के लिए विद्यालय के कक्षा कक्ष के दरवाजे पे लगे ताले को तोड़केे कमरे में चखने के साथ चार यारों के साथ ग़म बाटलें। ग्रीष्मकालीन अवकाश के पश्चात जब विद्यालय पहुचे तो एक कमरे का ताला तोड़के कुछ लोगों ने पाठशाला को मधुशाला में परिवर्तित कर दिया। प्रथम दिवस विद्यालय पहुँचे तो देखे एक कमरे का ताला टूटा पड़ा है और अंदर शीशियाँ पड़ी हैं। गाँव में भ्रमण करके लोगों को जागरूक किया गया व उनकी विद्यालय के प्रति ज़िम्मेदारी से अवगत कराया गया। मगर लगता है कुछ लोगों ने सोचा होगा क्यों न ज़िम्मेदारी को ही खत्म कर दिया जाये। अगले दिन सर्व शिक्षा अभियान रैली निकालना था, पर ये क्या आज तो कुछ ज्यादा ही नुकसान कर दिया गया। विद्यालय के गेट में लगे छड़ो को

दिमाग की बत्ती जलाओ

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टी०एल०एम्० - दिमाग की बत्ती जलाओ विषय - विज्ञान व् समाज उद्देश् - कर के सीखने से बच्चों को जल्दी याद होता है। किताब में दिए चित्रों को यदि कुछ गतिविधियों से जोड़ दिया जाए तो समझने में आसानी होती है। हँसते खेलते छात्रों का अधिगम सरलता से होता है। सामग्री - 1- साड़ी का डब्बा 2- वायर 3- नोटिस बोर्ड मेटल पिन 4- फेविकॉल 5- सम्बंधित शिक्षण के चित्र 6- मोबाइल बैटरी 7- स्केच पेन 8- सेलो टेप 9- चार्ट पेपर 10- led बल्ब निर्माण विधि - सर्वप्रथम साड़ी के डिब्बे को चार्ट पेपर से कवर कर दें। सम्बंधित चित्रो को डिब्बे पे चस्पा करदें। ध्यान दें की उनके नाम चित्रों के सीध में न हो ताकि छात्रों को दिमाग लगाना पड़े। अब सभी चित्रों और उनके नाम के आगे पिन लगा दें। डिब्बे के पीछे निकले पिन के छोर को वायर से जोड़ दें। चित्र में देखें की किस प्रकार चित्र के सही उत्तर को आपस में एक वायर से जोड़ा गया है। सभी को इस प्रकार से अलग अलग वायर से जोड़ दें। अब मोबाइल के बैटरी को डिब्बे के पीछे टेप से चिपका दें व् उसके धनात्मक व् ऋणात्मक पॉइंट को वायर से जोड़ दें। अब एक वायर डिब्बे के बाहर करलें और एक वायर एल ई

Quotes of Kalam Sir

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"1. “अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो तुम्हे पहले सूरज की तरह जलना होगा|” 2. “किसी को हराना बहुत आसान है पर किसी को जिताना बहुत मुस्किल|” 3. “यदि मेरा सफल होने का दृढ़ संकल्प काफी मजबूत है, तो विफलता मुझे कभी नहीं छू पाएगी|” 4. “अपनी पहली जीत के बाद आराम न करें, क्योंकि यदि आप दूसरे चरण में असफल हो जाते हैं, तो अधिक होंठ यह कहने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि आपकी पहली जीत सिर्फ भाग्य थी। " 5. "सभी पक्षी बारिश के दौरान आश्रय पाते हैं लेकिन बाज़ बादलों से ऊपर उड़ कर बच जाता है।“ 6. "मनुष्य को जीवन में कठिनाइयों की जरूरत है क्योंकि सफलता का आनंद लेने के लिए वो आवश्यक है।" 7. "आपकी भागीदारी के बिना आप सफल नहीं हो सकते। अपनी भागीदारी के साथ आप विफल नहीं हो सकते।" 8. "देश के सबसे अच्छे दिमाग कक्षा के अंतिम बेंच पर पाए जा सकते हैं" 9. "आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत सबसे अच्छी दवा है विफलता नामक रोग का| यह आपको सफल व्यक्ति बना देगा " 10. "सपना वो नहीं है जो आप सोते समय देख़ते है, सपना तो वो होता है जो आपको सोने नहीं देता|"

Slogans for SSA

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आजकल नामांकन रैलियो का आयोजन हो रहा है आपकी सुविधा के लिए पेश है कुछ slogans।। Slogans 1: बापू जी का था यह कहना, अनपढ़ बनकर कभी ना रहना. Slogans 2: सब पढे़, सब बढ़े. Slogans 3: शिक्षित परिवार, सुखी परिवार. Slogans 4: विकसित राष्ट्र की यही कल्पना, शिक्षित पूरे देश को करना. Slogans 5: शिक्षा है अतुल्य गहना, इसे हमेशा पहनाते रहना. Slogans 6: रोटी, कपड़ा और मकान, पर शिक्षा से बनेगा देश महान. Slogans 7: अज्ञानता का अंधकार मिटेगा, शिक्षा से सुधार होएगा. Slogans 8: स्कूल जाने ना छूटे कोई बच्चा, आपका यह सहयोग होगा देश के लिए सच्चा. Slogans 9: तुम मानो मेरा कहना, शिक्षा से कभी दूर न रहना. Slogans 10: बचपन से ही मेरा सपना, पढ़ना लिखना और पढ़ना। Slogans 11: शिक्षित, उन्नत, समझदार, शिक्षा है सुख का आधार. Slogans 12: शिक्षा की जिम्मेदारी, यही है समझदारी. Slogans 13: कोई न बच्चा न छूटे इस बार, शिक्षा है सबका अधिकार. Slogans 14: इस ज़माने में न करे यह भूल, हर बच्चे को भेजो स्कूल. Slogans 15: अगर एक भी बच्चा छूटेगा, तो संकल्प Slogans 1: बापू जी का था यह कहना, अनपढ़ बनकर कभी ना रहना. Slogan

मन्थन

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  आओ हम सब मंथन करें, राष्ट्रहित में चिंतन करें। सभी बाधाओं का मर्दन करें, जो अब तक न हुआ हो, उसके लिए हम सब गर्जन करें। आओ हम सब मंथन करें।। सोचें! देश के लिए सोचें। दोस्तों! वैसे तो विद्यालय काफी कुछ कहता है पर शायद हमने सुनना बंद कर दिया है। आज विद्यालय, विद्यालय न होकर मात्र कक्षा-कक्ष रह गए है। ऐसा क्या हो गया है? इन कुछ वर्षों में कि शिक्षा स्तर के साथ नैतिक जिम्मेदारी, माननीय मूल्यों का भी हनन हो गया। शिक्षा के दो महत्वपूर्ण लक्ष्य होते हैं - एक बुद्धिमत्ता वह दूसरा चरित्र निर्माण। पर आज शायद शिक्षा का एकमात्र लक्ष्य पैसे कमाना है चाहे जैसे। इसकी बुनियाद कहां बनती है अगर मैं गलत नहीं हूं तो शायद प्राथमिक शिक्षा से ही बनती है। प्राथमिक शिक्षा बच्चों की शिक्षा होती है, जहां से पढ़ लिखकर बच्चे उच्च प्राथमिक स्कूलों में जाते हैं। प्राथमिक शिक्षा में वह बच्चे आते हैं जो घर से बहुत कुछ सीख कर आते हैं मगर स्कूल उनका बोलना, उनका हंसना, उनकी सोच, उनकी उड़ान सब छीन लेता है।  प्राथमिक शिक्षा जिसे सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए। वही सबसे खराब हमारे भारत भूमि में चल रहा है। सबसे सुंदर बाल

सामान्य ज्ञान

   🌋 सामान्य ज्ञान 🌎 1. पृथ्वी अपने अक्ष पर कितना झुकी है ? ►23.30 2.सौर मंडल का एक मात्र ग्रह जिस पर जीवन है ? ►पृथ्वी 3.सौर मंडल के बड़े ग्रहों में पृथ्वी का स्थान कौन-सा है ? ►पांचवां 4.पृथ्वी का विषुवतीय व्यास कितना है ? ►12756 किलोमीटर । इसी तरह इसका ध्रुवीय व्यास 12714 किलोमीटर है । 5.पृथ्वी अपने अक्ष पर किस दिशा में धूमती है ? ►पश्चिम से पूरब 6. पृथ्वी अपनी धुरी का चक्कर किस रफ्तार से और कितने समय में पूरा करती है ? ►1610 किलोमीटर प्रति घंटे की चाल से 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकेंड में । 7. पृथ्वी की किस गति से दिन और रात होता है ? ►घुर्णन 8. पृथ्वी की किस गति से साल बनते हैं ? ►परिक्रमण 9. सूर्य की परिक्रमा करने में पृथ्वी को कितना समय लगता है ? ►365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकेंड यानी 365 दिन 6 घंटे । 10. पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगे वक्त को क्या कहते हैं ? ►सौर वर्ष 11. प्रत्येक सौर वर्ष या कैलेंडर वर्ष में कितना समय बढ़ जाता है ? ►6 घंटे 12. आकार और बनावट की दृष्टि से पृथ्वी किस ग्रह के समान है ? ►शुक्र 13. पृथ्वी को नीला ग्रह किस कारण से

आओ मात्रा सुधारे

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♧ आओ अपनी हिन्दी सुधारें ♧ हिन्दी लिखने वाले अक़्सर 'ई' और 'यी' में, 'ए' और 'ये' में और 'एँ' और 'यें' में जाने-अनजाने गड़बड़ करते हैं...। कहाँ क्या इस्तेमाल होगा, इसका ठीक-ठीक ज्ञान होना चाहिए...। जिन शब्दों के अन्त में 'ई' आता है वे संज्ञाएँ होती हैं क्रियाएँ नहीं... जैसे: मिठाई, मलाई, सिंचाई, ढिठाई, बुनाई, सिलाई, कढ़ाई, निराई, गुणाई, लुगाई, लगाई-बुझाई...। इसलिए 'तुमने मुझे पिक्चर दिखाई' में 'दिखाई' ग़लत है... इसकी जगह 'दिखायी' का प्रयोग किया जाना चाहिए...। इसी तरह कई लोग 'नयी' को 'नई' लिखते हैं...। 'नई' ग़लत है , सही शब्द 'नयी' है... मूल शब्द 'नया' है , उससे 'नयी' बनेगा...। क्या तुमने क्वेश्चन-पेपर से आंसरशीट मिलायी...? ( 'मिलाई' ग़लत है...।) आज उसने मेरी मम्मी से मिलने की इच्छा जतायी...। ( 'जताई' ग़लत है...।) उसने बर्थडे-गिफ़्ट के रूप में नयी साड़ी पायी...। ('पाई' ग़लत है...।) अब आइए 'ए' और 'ये' के प्रयोग पर...। बच्च

कमल का कमाल

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पंकज , नीरज , सरोज , अम्बुज , राजीव , इन्दीवर , अरविन्द , पुण्डरीक - ये सभी कमल के पर्याय हैं। लेकिन इनमें क्या कुछ अन्तर है ? पंकज = पंक+ज। पंक कीचड़ को कहते हैं, कीचड़ में पैदा होने वाला कमल 'पंकज' है। नीरज = नीर + ज। 'नीर' यानी साफ़ गहरे पानी में जो कमल पैदा हो , वही 'नीरज' है। सरोज = सरः + ज। 'सरोवर' में पैदा होने वाला कमल 'सरोज' है। 'अम्बु' भी जल को कहते हैं , इसी से अम्बुज बना। 'इन्दीवर' और 'राजीव' उस कमल-विशेष को कहते हैं जो नीले रंग का होता है और रात को फूलता है। इसी तरह 'अरविन्द' भी लाल या नीले कमल को ही कहा जाता है। लेकिन 'पुण्डरीक' ख़ास तौर पर सफ़ेद कमल है। कविता में कुछ भी , कहीं भी फ़िट नहीं किया जा सकता। सुन्दर कविता एक सुष्ठु मूर्ति की तरह है , उसे मनोयोग से मूर्तिकार गढ़ता है और फिर उसमें प्राण प्रतिष्ठित करता है।

सूर्य नमस्कार क्या है?

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सूर्य नमस्कार क्या है ? (What is Surya Namaskar?) 🌄'सूर्य नमस्कार' का शाब्दिक अर्थ सूर्य को अर्पण या नमस्कार करना है। यह योग आसन शरीर को सही आकार देने और मन को शांत व स्वस्थ रखने का उत्तम तरीका है। सूर्य नमस्कार १२ शक्तिशाली योग आसनों का एक समन्वय है, जो एक उत्तम कार्डियो-वॅस्क्युलर व्यायाम भी है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। सूर्यनमस्कार मन वह शरीर दोनों को तंदुरुस्त रखता है| यदि आपके पास समय की कमी है, और आप चुस्त दुरुस्त रहने का कोई नुस्ख़ा ढूँढ रहे हैं, तो सूर्यनमस्कार उसका सबसे अच्छाविकल्प है| सूर्य नमस्कार प्रातःकाल खाली पेट करना उचित होता है। आइए अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए सूर्य नमस्कार के इन सरल और प्रभावी आसनों को आरंभ करें। 🎭प्रत्येक सूर्य नमस्कार के चरण में १२ आसनों के दो क्रम होते हैं I १२ योग आसन सूर्य नमस्कार का एक क्रम पूर्ण करते हैं| सूर्य नमस्कार के एक चरण के दूसरे क्रम में योग आसनों का वो ही क्रम दोहराना होता है, अपितु केवल दाहिने पैर के स्थान पर बाएँ पैर का प्रयोग करना होगा (नीचे चौथे और नवें पद में इसका विवरण दिया गया है)| सूर्य नमस्कार के विभिन्न